मैं नहीं चाहता चिर सुख | सुमित्रानंदन पंत
मैं नहीं चाहता चिर-सुख,
मैं नहीं चाहता चिर दुख;
सुख-दुख की खेल मिचौनी
खोले जीवन अपना मुख।
मैं नहीं चाहता चिर सुख | सुमित्रानंदन पंत
खिलौनेवाला | सुभद्राकुमारी चौहान
कदम कदम बढ़ाये जा - कैप्टन राम सिंह
इन्साफ़ की डगर पे | प्रदीप
हम होंगे कामयाब एक दिन
बढे़ चलो, बढे़ चलो | सोहनलाल द्विवेदी
हिमाद्रि तुंग शृंग से | जयशंकर प्रसाद
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती | सोहनलाल द्विवेदी
पुष्प की अभिलाषा | माखनलाल चतुर्वेदी
मुक्ति की आकांक्षा | सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
हम पंछी उन्मुक्त गगन के | शिवमंगल सिंह सुमन
झांसी की रानी : सुभद्राकुमारी चौहान
नर हो, न निराश करो मन को: मैथिलीशरण गुप्त
कृष्ण की चेतावनी (रश्मिरथी): रामधारी सिंह "दिनकर"
समर शेष है- रामधारी सिंह दिनकर
सरफरोशी की तमन्ना - राम प्रसाद बिस्मिल
कलम, आज उनकी जय बोल : रामधारी सिंह दिनकर
अर्जुन की प्रतिज्ञा / मैथिलीशरण गुप्त
साजन! होली आई है- फणीश्वर नाथ रेणु